Sunday, March 28, 2010

Angels & demons..

Hi Angel..

The night is long gone..

look, it's the beginning of a new dawn..

Come na..let's celebrate !!
Get over that stupid yawn..

Come na..let's gyrate !!
Let them call you a fawn..

Come na..let's integrate !!
From Jaani,Janardan to John..

Come na..let's illuminate !!
The dark side of the lawn..

Come na..let's motivate !!
Every King,Queen & pawn..

Coma na ..let's relocate !!
The love that's in u&me inborn..

Come na..let's transliterate !!
Words that are so worn..

Come na..let's ventilate !!
The world that's so torn..

Come..

Let's be in a state where..,

एक तनहाई सी तो है....पर है दहशतज़दा नहीं,


एक ज़िन्दगी सी तो है....पर है ख़यालशुदा नहीं,





ये भी नहीं के खौफ और सोज़ नहीं हैं शामिल,

एक रिश्ता सा तो है....पर है तयशुदा नहीं...





उठती रहती हैं दिल में तमन्नाएं भी और शौक़ भी,

एक दर्द सा तो है....पर है ग़मज़दा नहीं...





बहती जाती है ज़िन्दगी इस वक़्त और हर हाल में,

एक मुफलिसी सी तो है....पर है शक-ओ-शुबह नहीं...





इश्क और मुश्क की बातें किये जाते हो तुम 'मनीष',

एक तल्खी सी तो है....पर है तुमसे जुदा नहीं...

Sunday, March 21, 2010

No fakes pleeeease...!!

We, the people

want original medicines..



Trendy mobiles..



Expensive cars...





Designer clothes...






Branded shoes...







Legal currency...






Exclusive watches...






Rayban gogs...






Parker pens...






fully loaded houses...






Premium wines...






Sony Stereos...





BUT..BUT...BUT...,
when it comes to music & film cds/mp3s/vcds/dvds




We, the same people of India WANT it either for FREE or CHEAP or even PIRATED..

Goes on to show the kind of SHOW OFFs we are...

WHY..????

because..

well..everybody has their own justifications..!!

By the way..!!
WHAT'S YOURS....????
Man is a bad case....isn't it?

Thursday, March 18, 2010

राह-ए-मंजिल..

रोते-बिलखते हम रहे,
चीखते-चिल्लाते हम जिए,
कसूर हर दम मगर एक था,
भिखारी थे जगत और फकीर खुद को समझा किये..

ना नींद की अब ज़रूरत ना कफ़न है दरकार,
छिपाए से ना छिप सके ऐसा इश्क है यार..!!
पसीने-पसीने हुआ करे कोई,
निगहबानी करते हमारी सरकार..!!

अच्छे-अच्छे की चाह रखने वालो से हमारी कुछ ख़ास जमती नहीं...,
फुलों को चुनने वाले जान लें की हम आदम से खार-खार..!!

हम कांटो से उम्मीद ना रखना तुम कोई फूलों वाली..,
चुभते हैं और कर देते हैं दामन तार-तार..!!

हमें हमारे हाल पर छोड़ दो ओ दुनियावालों..,
हर हाल में मंजूर हमें हाल हमारा ये बार-बार..!!

ना कोई शिकवा है ना कोई शिकायत है 'मनीष' को ज़माने से..,
दीवानगी ही समझिये जो बहती है अश्क-ओ-रश्क बन जार-जार..!!

कुछ अकेले शेर..

बस इसीलिए हम दोस्ती नहीं करते, की दोस्ती निभाना बड़ी मुश्किल शय है...,
कमबख्त! ये इश्क मगर हो जाता है दफ्फ़तन..!!



हर हद चाँद-सितारों की या आफताब के किनारों की...,
महज नज़रों के धोके हैं..!!
हदों के पार अनहद की टंकार है..
या यूँ कहिये की चमत्कार है..!!


इस कदर पहुंचाया है सुकून तुने मेरे दिल को,
भूल गया हूँ सब रंज-ओ-ग़म सब मुश्किल को,
मिल गया है हमसफ़र तेरे जानिब,
कल तक था अकेला राह-ए-मंजिल को..




खुद पर तू इतना तरस ना खा  इस एक-तरफ़ा कहानी पे,
दूसरी तरफ के पलड़े में मौज, मजा और रवानी है,
ये पहलु भी तेरा चुना हुआ और वो पहलु भी,
वल्लाह ! फिर किस बात की परेशानी है..!!





कैसे खोलूं मेरी तमन्नाओं और उसकी मर्जी के बीच के ये भेद..??
कैसे जी लूँ की रहे ना फिर कोई खेद..??
हर कदम अभी तो मंसूबों से भरा हुआ..,,
कैसे कह दूँ के उतर आया है वेद..??




और अंत में..,

तिनका-तिनका अपने दहन को जोड़ रहा हूँ में,
जानता हूँ हश्र अपना और दौड़ रहा हूँ में,
छिपा लेने को मुहँ सच्चाई से,
तरह-तरह के मुखोटे ओढ़ रहा हूँ में..

भाग सकूँगा कब तक यूँ अपनी परछाई से,
रफ्ता-रफ्ता सूरज से मुहँ मोड़ रहा हूँ में..

डरता हूँ कुछ इस कदर में अपनी तनहाई से,
रिश्तों की दीवारों से सर फोड़ रहा हूँ में..

हो ही जाए अबके जो होनी है जग-हँसाई,
हौले-हौले तस्वीर अपनी तोड़ रहा हूँ में..

दिया है हौसला-ए-इश्क तो सब्र-ए-तमन्ना भी दे,
गुनाह बक्श दे के होड़ तुझसे लगा रहा हूँ में..





Wednesday, March 17, 2010

पर्दा

उसने डाल रखा है खुद पर पर्दा..!!
या की..,
पड़ गया हमारी ही आँख पर पर्दा..!!
पर्दा जो दो जहां पर है काबिज..,
खोली जो आँख, दिखाई दिया, वो अक्ल का गर्दा..!!
ये आँख वो आँख नहीं जो देख आये दूर-दराज के मंज़र,
कह ना पाए मगर खुद को कभी बन्दर..!!
दौलत समझ जमा करे ज़माने का गर्दा..,
पान खाए सबाब के और थूके जाफरानी जर्दा..!!
ये नज़र तो वो नज़र जैसे सलीब हो या खंजर..,
लहू-लुहान करे खुद को, गुलिस्तान हो जाए बंजर..!!
दर्द भरे दिल को कर जाए ये मर्दा..,
लामकां हो जाए जैसे मकां कोई फर्दा..!!
ये निगाहें मिल ना सकेंगी जा मस्जिद या मंदर..,
ऐनक अपनी उतार के झाँक ले खुद के अन्दर..!!
चिंता-हवन सब छोड़ी के रे बादल है गरजा..,
प्रेम-लोबान जलाई में नहीं रे कोई हर्जा..!!

Friday, March 12, 2010

हम तो बस...

आती-जाती साँस हो तुम,
और जाते हुए लम्हे हम,
सुकून पहुंचाते तुम दिल को,
और हम तो बस...

थम जाओ तुम..
..तो थम जाते हम,
ज़िन्दगी देने वाले हो तुम,
और हम तो बस...

तेरे ही दम पे रोशन हैं हम,
तुम नहीं तो कब हैं हम,
खुशबुएँ लाते तुम जहां की..
और हम तो बस...

आने से तेरे चुप हो जाते हैं हम,
लफ़्ज़ों से फिर करते खुद को बे-दम,
आगाज़ तुम्हारा है रहम-ओ-करम..
और हम तो बस...

जी भर के भरते हैं मुझको सनम,
देते ही जाते हैं वो मुझको जनम,
अंदाज़ तुम्हारे तोड़े है भरम..
और हम तो बस...

तुम ही हो सरकार-ए-करम,
हो मुझपे भी कुछ अहल-ए-करम,
रोशन तुम्ही से ये रंग-ओ-बज़्म..
के हम तो बस...

Sunday, March 7, 2010

Few unquotable quotes..

un-quotable..because
i am nothing...

"the Experience can not be Expressed...
can it be..??
..indications can be given but what will be actually made out of those indications depends entirely on the other...
so...
just enjoy the Xperience
& yes..
the Xpression too.."




"THY BODY IS A TEMPLE IN WHICH THY GOD RESIDES AS THY SOUL ;
THY MIND IS A PRIEST WHO IS THERE TO SERVE YOUR BODY & SOUL ;
THY
JUST A VIEWER..
see clearly."




"i am not a politician who behaves as per public wish to gain some stupid vote of trust ;
i am not a partisan either who chooses or values one thing more over the other ;
i am just me.."




"AGREEING TO THE FACT THAT THERE IS LOVE IN EVERY friendship & FRIENDSHIP IN love IS NOT GONNA MAKE YOU LOOK SILLY, YOU SILLY !!"




"love never feels the hurt because it just believes in giving, giving & giving...,
Ego, on the other hand , gets hurt all the time because it just keeps on wanting, wanting & wanting..."



"what breaks is not our heart but our expectations.."




'It is indeed an irony that an iron particle has to go through lots n lots of hot processes to become strong.
SUN, the hottest star in the universe is strong enough to burn itself..
that..a whole universe sustains around it is a fact SUN does not care about ;
it just goes about its job, non-chalantly.."




"Be your own worst critic ; that way you are absolutely free from the critic & the criticism."



" Life can be lived very well beyond the paradox of success & failure too ;
but that is possible only for a few."




"There is a very very thin, almost invisibe, line between Hope & Longing."




" One thing..just one thing, does not happen as per our wish & we start to doubt everything ;
that is what i call is the power of mind.'





" a person not guilty is never afraid of being judged "





" A person who knows the real cause of your suffering but shies away from telling you the same, in fear of loosing you or your love, is a hypocrat.,a diplomat.,a politician.
He appears to be a friend but infact, is worst than an enemy."




" The moment i realise that people are getting more interested in me than what i have to share ;
i set them free..!!" 




"Each night i die only to see that every morning i am born again"





"ABCD of LIFE :
see...
between
A
B'day
&
a
D'day
there lies a
C

[choice is completely yours to read that C as Sea or See]


Have Fun..
love..
God bless..



Monday, March 1, 2010

ऊफ !! ये महंगाई..

महंगाई के ख्यालों से दबे आदम-हव्वा को 
दी हमने जो मोहम्मद के जन्मदिन की बधाई..
तो चिढकर बोले वो की देखते नहीं ये महंगाई..!!
लगता है सुबह ही सुबह तुमने भंग है चढाई..!!
होली के दिन ही उन्होंने ढोल दी हमारी सारी ठंडाई..!!

रुआंसे हो पहुंचें हम नबी के पास,
नजराना तो पेश ना कर सके, 
पेश कर दी बस सूरत-ए-महंगाई,
सुन दुहाई, देख चतुराई,
हँस के बोले वो की ये समस्या तो है चिरस्थायी,
हर साल लगभग इसी वक़्त 
मुहँ-बाँए खड़ी हो जाती है ये फसल 
चाहे जितनी भी की हो फिर तुमने इसकी कटाई,
ऐसे,
जैसे की ज़ख्मो पे डाल दी हो किसीने मुट्ठी भर खटाई,
असल सवाल मगर ये..,
के आदम ने इतनी आबादी ही क्यों बढाई..??
जर-जोरू-ज़मीन के पीछे ही तो होती है सारी लड़ाई..
पर तुम क्यों इतने चिंतित हो प्यारे मनीष भाई..??
तुम्हारी सालाना income तो
पिछले दस सालों से 
१.६ लाख प्रति वर्ष से भी काफी कम है
इनकम टैक्स चुकाने की झंझटों से
हमने तुम्हे बचा रखा है मेरे भाई..!!
बच्चे पालने "पड़ें",
ऐसे करम भी तुम्हारे ना थे, ना हैं मेरे भाई 
रहमत है तुम पर खुदा की 
के इस महंगाई के माहौल में भी
तुम बेऔलाद होकर माता-पिता के कर्तव्यों से 
बेख़ौफ़ बचे हुए हो तुम मेरे भाई 
तुम्हारी ज़िन्दगी में तो बस
मज़े ही मज़े हैं प्यारी के मेरे भाई..!!
और फिर तुम्हारे सारे शौकों को पूरा करने में
होने नहीं देते हम जरा सी भी कमी मेरे भाई..!! 
तुम ही बताओ क्या कभी तुम भूखे सोये हो
क्या कभी ठण्ड से ठिठुरे हो बिन कम्बल 
क्या रोटी-कपडा-मकान की कभी कोई कमी है आई..??
शुक्र अदा करो उसका, जो है तुम्हारा साईं......
शर्मिंदा होकर हमने
अपनी गर्दन बस थोड़ी सी ही झुकाई,
दिल ही दिल बडबडाय मगर हम की 
आप को बजट पेश होने के ठीक अगले दिन ही
करने को सूझी हमसे ये ठिलवाई,
मिलाद-उल-नबी आपने आज के ही दिन क्यूँकर लाई,
आज के दिन महंगाई यूँ लगती है जैसे हो कोई कसाई,
उर्स तो क्या मातम भी नहीं मना सकते अब हम,
कसम खुदा की - आप हो सनम बड़े हरजाई..!!
शिवजी ने..,
जो उसी वक़्त जाते थे मक्के के जानिब,
सुन ली हमारे मगरूर मन की नाफ़रमानी बात,
कड़क के बोले वो,"कौन है ये नामाकुल !
जो दिखा रहा है अपनी जात..??
तनख्वाह ज्यादा - शौक रईसों के,
स्टॉक होल्डिंग ज्यादा - दलाल ईंटो के, 
इन्वेस्टमेंट ज्यादा - सपने अम्बानियों के,
तो क्यूँकर ना होगा हाथ-खर्च को पैसा कम..!!
ऊपर से कार लोन - होम लोन की EMI में भी है दम,
शादी-ब्याह कर समाज में ऐंठते नहीं तुम कम, 
देश-विदेश की यात्रा में भी खर्चे करते नहीं तुम कम  
भविष्य को सुरक्षित करने में लगे हैं जो
उनके वर्तमान में तो होगा ही गम !!"
पार्वतीजी ने भी कर दी हमारी खिचाई,
कहने लगीं,"क्यूँकर यूँ अकाल ही लुटा रहे हो
तुम अपनी तरुनाई..??
भजन करो भजन 
की देखते नहीं रुत पिया मिलन की है आई..!!
काहे करते हो अपने आका से तुम यूँ बेवफाई..??
लक्ष्मी जी ने भी तो 
सदा से ही अपनी दौलत तुम नाशुक्रों पर ही लुटाई,
फिर भी देखो तो सही 
उनके खजाने में कभी धन की कोई कमी ना आई..??"
देख-सुन ये हाल हमारा
विष्णु जी ने रहमदिली दिखाई,
मक्का-मदीना के दो टिकिट देकर के बोले,
"जा ! मौला करेंगे वहाँ तेरी अगुवाई !!
जा जा ! ऐसे चकित हो क्या देखता है...
वो दूसरा टिकिट..वो ...
तेरे दोस्त आदम के लिया है मेरे भाई..!!"
बोलो चलोगे..??
बोलो ना..!!

जल्दी like करो, comment करो, share करो 
मेरे आदम भाईयों और हव्वा की बहनों 
की;
ख़ुदा के रसूल में ज्यादा देर नहीं लगाई जाती 
करो देर अगर,
तो बनी-बनाई बिगड़ जाती है
होती है फिर जगत में खूब जग-हँसाई..!!
उफ़ ये महँगाई ...उफ़ ये महँगाई